कन्नौज: कोरोना संकट से बचने के लिए मुम्बई से हरदोई अपने साथियों के साथ अपने गाँव के लिए यह सोचकर निकला था कि गाव में वह परिवार के बीच भूखा प्यासा नही रहेगा। लेकिन उसको नही पता था कि घर की दहलीज से कुछ किलोमीटर की दूरी पर यही भूख प्यास उसकी मौत का कारण बन जाएगी।
फाइल फोटो: मृतक विक्रम
आत्मा को झकझोर देने वाली तस्वीर यूपी के कन्नौज जिले से आई है बताया जा रहा है कि हरदोई जिले के सेठियापुर गाव निवासी 60 वर्षीय विक्रम 14 मई को घर से खाना खाकर मुंबई से ट्रक पर सवार होकर चले थे। बीच रास्ते मे उनको खाना नही मिला बिस्कुट पानी के सहारे वह उनके साथियों के साथ सफर करते रहे। 17 मई को सुबह कन्नौज हरदोई बाईपास पर ट्रक चालक ने मृतक व उनके साथियों को उतार दिया।
घर तक जाने के लिए कोई साधन नही मिला तो सब लोग पैदल ही घर की तरफ भीषण गर्मी में निकल लिए। भूख प्यास से परेशान विक्रम कुछ ही दूरी चल पाया और उसने कन्नौज हरदोई मार्ग स्तिथ आयकर भवन के सामने दम तोड़ दिया। प्रवासी मजदूर की मौत की सूचना मिलते ही जिला प्रसाशन में हड़कंप मच गया। मौके पर पहुचे अधिकारियों ने जांच पडताल शुरू की।
मृतक की शिनाख्त होने उनके परिजनों को सूचना दी गयी। घटना स्थल पर पहुचे मृतक के परिजनो का रो रोकर बुरा हाल हो गया। अपर जिलाधिकारी शैलेश कुमार ने बताया कि जांच के दौरान बात सामने आई कि मृतक को 14 तारीख के बाद खाना नही मिला था वह बिस्कुट पानी के सहारे चल रहा था। मृतक के साथियों ने बताया कि मृतक विक्रम में कोरोना संक्रमण के कोई लक्षण नही थे लेकिन एतिहातन मृतक का कोरोना टेस्ट कराया जाएगा।